महाजनपद काल का इतिहास क्या है ? महाजनपद काल के 16 राज्यों की सूची बताइये। - आज के ब्लॉग मे हम महाजनपद काल का इतिहास और समय के बारे मे ...
महाजनपद काल का इतिहास क्या है ? महाजनपद काल के 16 राज्यों की सूची बताइये।
- आज के ब्लॉग मे हम महाजनपद काल का इतिहास और समय के बारे मे लिखेंगे और उसके राज्यों की सूची और उनकी विशेषताए को भी पढ़ेंगे।
परिचय - जैसा की आप सभी को पता है भारतीय इतिहास की सबसे सभ्यता सिंधु सभ्यता जिसका काल समय 2300-1750 BC है जिसके पतन के बाद वैदिक सभ्यता प्रांरभ हुई थी
- जिसका समय काल 1500-600 BC है। उत्तर वैदिक काल मे लोहे की खोज से आर्थिक , सामाजिक , राजनीतिक जीवन मे वृद्धि हुई जिसके बाद कुछ राज्य उभर कर सामने आये।
- महाजनपद काल मे धार्मिक आंदोलन भी बढ़ गए थे।
- महाजनपद काल का समय काल 600 - 325 BC माना जाता है इसकी जानकारी हमे अंगुत्तर निकाय (बौद्ध ग्रन्थ ) और भगवती सूत्र (जैन ग्रन्थ ) से मिलती है।
- जैसा की अब की राजनीति मे देश को समृद्ध बनाने हेतु अलग अलग राज्यों की सरकार का विभाजन होता है वैसा ही पहले भी होता था।
जैसे - देश > राज्य >नगर पंचायत > ग्राम पंचायत
- उस समय काल मे महाजनपद > जनपद >जन >कबीला
- कबीले के समूह को जन कहा जाता था और जान के समूह को जनपद और जनपद के समूह को महाजनपद कहा जाता था।
- महाजनपद के 16 राज्यों जानकारी हमे बौद्ध धर्म के ग्रन्थ अंगुत्तर निकाय (बौद्ध ग्रन्थ ) और जैन धर्म के ग्रन्थ भगवती सूत्र (जैन ग्रन्थ ) से मिलती है।
- महाजनपद काल मे दोनों तरह का शासन था कुछ महाजनपदों से राजतंत्र ( वंशानुगत )और कुछ से गणतंत्र(संघ द्वारा ) शासन कि जानकारी मिलती है।
16 महाजनपदों की सूची -
मगध , अंग ,वज़्ज़ि , काशी,कौशल , मल्ल , वत्स ,कुरु , पांचाल , शूरसेन , चेदी , अवन्ति , मतस्य , अस्मक , कम्बोज , गांधार
- क्रमशः शुरुआत के तीन महाजनपद बिहार मे और आठ उत्तर प्रदेश से और इन आठ के बाद मध्यप्रदेश, राजस्थान ,दक्षिण भारत औरआखिरी दो भारत के बहार से है।
(1 ) मगध - मगध की राजधानी राजगृह थी जो वर्तमान बिहार मे पटना से गया तक है यह महाजनपद सबसे शक्तिशाली था
(2 )अंग - अंग की राजधानी चंपा थी जो वर्तमान बिहार मे भागलपुरमुंगेर मे है
(3 )वज़्ज़ि - वज़्ज़ि की राजधानी वैशाली थी जो अब वर्तमान मे उत्तर बिहार मे तिरुहत /मिथिला छेत्र मे हैं। यह सबसे पहला महाजनपद था जो गणतंत्र राज्य था और यह आठ जनपदों के समूह से मिलकर बना हुआ था। वज़्ज़ी संघ का एक जनपद लिछवि भी था जो सबसे पहले गणत्रंत्र था जिसकी राजधानी वैशाली ही थी।
(4 ) काशी- काशी की राजधानी वाराणसी थी जो वर्तमान मे उत्तरप्रदेश मे है।
(5 ) कौशल - श्रावस्ती की की राजधानी थी जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद मे स्थित है।
(6 )मल्ल - मल्ल की राजधानी कुशीनगर थी जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश के देवडिया स्थित है यही पर बुद्ध भगवान को महापरिनिर्वाण की प्राप्ति हुई थी। यह भी गणतंत्र राज्य हुआ करता था।
(7 )वत्स - वत्स की राजधानी कौशाम्बी थी जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश के इलाहबाद मे है।
(8 )कुरु - कुरु की राजधानी इन्द्रप्रस्थ थी जो वर्तमान मे दिल्ली मे है यह स्थान महाभारत मे भी चर्चित है।
(9 ) पांचाल - पांचाल की राजधानी अहिछत्र थी जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश मे है।
(10 )शूरसेन - शूरसेन की राजधानी मथुरा थी जो वर्तमान मे भी मथुरा उत्तर प्रदेश मे है।
(11 ) चेदी - चेदी की राजधानी शक्तिमती/सोठिवाती थी जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश मे है। यह के राजा शिशुपाल चर्चित भी थे।
(12 )अवन्ति - अवन्ति की राजधानी उज्जैन/महिष्मति थी जो वर्तमान मे उज्जैन के मध्य प्रदेश मे है।
(13 )मतस्य- मतस्य की राजधानी विराट नगर थी जो वर्तमान मे राजस्थान राज्य के जयपुर मे है।
(14 ) अस्मक - अस्मक की राजधानी पोतन /पोटली थी जो वर्तमान मे दक्षिण भारत के आंध्रा प्रदेश मे है।
(15 ) कम्बोज - कम्बोज की राजधानी राजपुर / हाटक थी जो वर्तमान मे भारत के बाहर स्थित है। यह पाकिस्तान मे स्थित है।
(16 ) गांधार- गांधार की राजधानी तक्षिला थी जो भारत का प्रथम शिक्षा स्थल हुआ करता था जो वर्तमान मे भारत के बहार स्थित है।
Thanks...