अकबर के प्रमुख सुधार और कला से सम्बंधित विस्तार से बताइये / akbar ke parmukh sudhaar

 अकबर के शासनकाल के प्रमुख सुधार  (1) सैन्य सुधार  - अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान मनसबदारी प्रथा को लागु किया था।  मनसबदारी प्रथा  - मनसबदा...

अकबर के प्रमुख सुधार और कला

 अकबर के शासनकाल के प्रमुख सुधार 

(1) सैन्य सुधार 

- अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान मनसबदारी प्रथा को लागु किया था। 

मनसबदारी प्रथा

 - मनसबदार शब्द सरकारी पद के लिए इस्तेमाल किया जाता था मनसबदारी में श्रेणी के आधार पर सरकारी पद दिए जाते थे। 

- इस मनसबदारी प्रथा में पद, वेतन और सैन्य उत्तरदायित्व निर्धारित किये हुए थे। 

- मनसबदरी प्रथा में सबसे छोटी इकाई 10 थी जिसमे मनसबदार को 10-500 तक के घोड़े दिए जाते थे। 

- सबसे बड़ी इकाई 5 हज़ारी थी जिसमे मनसबदार को 5000 हज़ार घोड़े दिए जाते थे। 

- अकबर के शासनकाल के दौरान 29 मनसबदार थे जबकि सबसे अधिक औरंगजेब के दौरान 79 थे जिनमे राजपूत की संख्या सबसे ज्यादा 33 % थी। 

- अकबर के शासनकाल के दौरान मनसबदारो को वेतन की जगह जागीर दी जाती थी यह प्रथा कुछ हद तक इक्ता प्रथा के सामान थी। 

घोडा दागने की प्रथा 

- घोडा दागने की प्रथा को खिलजी वंश के शासक अलाउदीन ने शुरू की थी बाद में मुग़ल शासक अकबर ने भी इस प्रथा को शुरू किया था। 

- इस प्रथा में घोड़े का हुलिया लिखा जाता था। 

सैनिको का हुलिया लिखने की प्रथा 

- इसमें सैनिको की पहचान रखी जाती थी उनका हुलिया लिखा जाता था यह प्रथा भी सल्तनतकाल के दौरान खिलजी वंश के शासक अलाउदीन से शुरू की थी। 

सिजदा प्रथा 

- सिजदा का अर्थ है भगवान के सामने सिर झुकाना जो अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान की थी। इस प्रथा की शुरुआत दिल्ली सल्तनतकाल के दौरान तुगलक वंश के शासक बलबन के समय शुरू की गई थी।  

पैबोस प्रथा 

- यह प्रथा भी सल्तनतकाल के दौरान ही शुरू हुई थी इसमें बाहरी जनता को राजा के पेरो को चूम के कोई भी कार्य करना होता था। 

- इस प्रथा को शुरू इसलिए किया गया था जिस से दरबार में अनुसासन रहे और अमीरो में घमंड न रहे। 

सामाजिक सुधार 

- अकबर ने अपने काल के दौरान दास प्रथा को प्रतिबंध कर दिया था। 

- बाल विवाह पर रोक और विधवा विवाह को बढ़ावा दिया था। 

- अकबर ने अपने काल के दौरान लड़कियों की विवाह की उम्र 14 और लड़को की उम्र 16 निर्धारित की हुई थी। 

- अकबर के काल के दौरान सती प्रथा पर भी रोक लग गई थी। 

- अकबर ने अंतर्जातीय विवाह पर भी अपना प्रोत्साहन दिया था। 

- बालिका की हत्या पर रोक और अकबर ने वैश्यालय को शैतानपूरी का नाम दिया था। 

भूमि सुधार 

- भूमि सुधार में अकबर ने जब्ती प्रणाली की शुरुआत की थी। 

- उनके नवरत्नों में शामिल टोडरमल ने दहशाला बंदोबस्त व्यवस्था को शुरू करवाया था। 

अकबर के द्वारा कराये गए प्रमुख निर्माण  

- अकबर ने आगरा के लाल किले का निर्माण कराया था। 

- इलाहाबाद में भी किले का निर्माण अकबर के द्वारा ही कराया गया था। 

- फतेहपुर सीकरी नामक नगर की स्थापना अकबर द्वारा ही कराई गई थी। 

- दीवाने खास का निर्माण 

- पंचमहल का निर्माण भी अकबर ने ही कराया था। 

- बुलद दरवाजा का निर्माण 

- दिल्ली में हुमायु के मकबरे का निर्माण अकबर द्वारा ही कराया गया था। 

अकबर के शासनकाल के दौरान चित्रकला 

- अकबर चित्रकारी का बहुत शौकीन था उसके दरबार में अब्दुल समद, दानवंत, और बसावन नाम के चित्रकार रहते थे। 

 अकबर के काल में संगीत 

- अकबर को नागाडा बजाना बहुत ही पसंद था जिसे पता लगता है अकबर खुद भी संगीत का शौकीन था। 

- अकबर के दरबार में तानसेन, बैजूबाजरा, बाजबहादुर, बाबारामदास आदि संगीतकार रहते थे। 

 अकबर के शासन के कुछ प्रमुख वर्ष 

1542 ई.- अकबर का जन्म 

1556 ई. - अकबर का राजयभिषेक 

1560 ई.- बैरम खान की मृत्यु 

1562 ई.- दास प्रथा का अंत / पेटीकोट शासन का अंत 

1563 ई. - तीर्थ यात्रा पर लगे कर की समाप्ति 

1564 ई. - जजिया कर की समाप्ति 

1571 ई.- फतेहपुर सीकरी की स्थापना (राजधानी) 

1573 ई. - सीकरी में बुलंद दरवाजे का निर्माण भी अकबर ने कराया था 

1575 ई. - इबादत खाने की स्थापना 

1578 ई. - सभी धर्मो के लिए इबादत खाने खोले गए 

1579 ई. - मजहर की घोषणा 

1580 ई. - भूमि सुधर से सम्बंधित दहशाला बंदोबस्त की शुरुआत 

1582 ई. - दीन-ए-इलाही धर्म की स्थापना इसमें केवल 18 लोग सम्मिलित हुए थे 

1583 ई. - इलाही संवत की शुरुआत 

1585 ई. - लाहौर को अपनी राजधानी बनाया 

1601 ई. - असीरगढ़ पर अकबर का अंतिम आक्रमण 

1602 ई. - सलीम द्वारा अबुल फज़ल की हत्या करवाई गई 

1605 ई. - अकबर की मृत्यु 


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