इतिहास को विस्तार से बताइये ,इसको कितने भागो मे बाटा गया हैं ? history of india

इतिहास   :-     इतिहास   वह   समय होता है जो बीत चूका होता है , परन्तु   इस बीते समय मे   कुछ ऐसी घटनाये होती   है जिनके अंश रह जाते है ज...

इतिहास का विस्तार

इतिहास  :-    इतिहास  वह  समय होता है जो बीत चूका होता है , परन्तु  इस बीते समय मे  कुछ ऐसी घटनाये होती  है जिनके अंश रह जाते है जैसे  लिखित या मौखिक रूप मे !  

इतिहास शब्द  को अंग्रेजी के  Historia   या  Historica शब्द से लिया गया है  जिसका  अर्थ - जानना , ज्ञात करना , एवं सत्य का अन्वेषण करना होता है ! इस शब्द  का पहली बार प्रयोग  यूनानी  इतिहासकार  हेरोटोडस ने किया था जिसके लिए इन्हे इतिहास का पिता कहा गया। 

हिंदी व्याकरण की दृस्टि से  इतिहास को दो भागो मे  बाटा गया है- 

इति +हास  =  इस प्रकार+घटित  हुआ होगा 

मतलब  , भूतकाल या अतीत मे जो भी घटनाये हुई होगी उनका विवरण ही इतिहास है। 

इतिहास  के पिता -  हेरोटोडस                              

इतिहास से हमें हमारे प्राचीन बातो की जानकारी प्राप्त होती है जिस से हम वर्तमान समय मे उन पुरानी गलतियों को नहीं दोहराते है। 

इतिहास के द्वारा हमे पहले का राजनीतिक शासन के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती है जिस से  आज की राजनीतिक व्यस्था में सुधार लाया जा सकता है !

राजनीतिक व्यस्था हेतु ही इतिहास को की भी  प्रशासनिक सेवा परीक्षाओ हेतु सिलेबस मे रखा जाता है क्योकि इस  से आज की पीढ़ी के ययुवाओ को आपने इतिहास का पता चलता है !

उन बीती  घटनाओं  का  अतीत  ही इतिहास कहलाता है ! हकीकत  मे  इतिहास क्या है इसके  पीछे अलग अलग विद्वानों का अलग अलग मत है जैसे -

थॉमस  चार्ली  के  अनुसार   "विश्व  इतिहास  महापुरुषो  की जीवनी  है "!

प्रोफेसर  रनियर  -  "इतिहास  समाजो  की यादे  है "! 

विल डूरेंट के अनुसार  "इतिहास अतीत के समय  मे सभ्य  पुरुषो  द्वारा सोचा या किया  गया  वर्णन है  "!

लार्ड ऐक्टन के अनुसार " इतिहास मानव  स्वतंत्रता की अनकही कहानी है "

नेपोलियन बोनापार्ट के अनुसार "झूट पर सहमत होने का एक समूह है "

 भारतीय  इतिहास  को तीन भागो मे बाटा गया  हैं !

1 )  प्राचीन  इतिहास :- 

पाषाणकाल का इतिहास , सिंधु सभ्यता का इतिहास , वैदिक सभ्यता का इतिहास , महाजनपदो की जानकारी , धार्मिक आंदोलन के बारे में  , मौर्यकाल की सम्पूर्ण जानकारी , मौर्योत्तरकाल का इतिहास ,

गुप्तकाल  ,गुप्तोत्तरकाल पूर्वमध्यकाल 

2 ) मध्यकालीन  इतिहास :- 

सल्तनतकाल , मुग़लकाल  , बिजयनगर साम्राज्य , बहमनी साम्राज्य ,मराठा साम्राज्य ,धार्मिक विकास ,मुगलवंश  पतन 

3 ) आधुनिक इतिहास  :-   

विदेशिओ का आगमन ,ब्रिटिश साम्राज्य स्थापना , अंग्रेजो द्वारा भारतीयों का आर्थिक शोषण ,सामाजिक धार्मिक आंदोलन , 1857  की क्रान्ति स्वतंत्रता के लिए संघर्ष (किसानो द्वारा ,जनजातियों द्वारा , गाँधी द्वारा ), गवर्नर ,जनरल  वाइसराय 

4 ) स्वतंत्रता के बाद का इतिहास :-

1950  के बाद भारत ,नई आर्थिक नीति 

इतिहास का अध्यन क्यों आवश्यक  है ?

इतिहास के अध्यन से हमे पुराना ज्ञान प्राप्त होता है जिसके बारे जानकर हम उनकी अच्छाईया सीख सकते है।  जैसे की पुराने समय के इतिहास मे महिलाओ को पुरुषो के साथ का अधिकार नहीं दिया जाता था परन्तु ये सब आजकल के समय मे कम देखने को मिलता है क्योकि ये सब हमने अपने इतिहास से सीखा है , इसीलिए इतिहास के बारे मे ज्ञान प्राप्त होना जरूरी होता  है। 

जैसा की राजनीति मे  विकास भी पुराने इतिहास को देखते हुए हुआ है पहले राजतन्त्र (वंशानुगत) होता था अब लोकतंत्र(प्रजा द्वारा चुनाव ) होता है। ..


Thanks.....